नई दिल्ली – नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को लेकर आज राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदन में किसान आंदोलन की भरपूर चर्चा हुई है. ज्यादा से ज्यादा समय जो बात बताई गईं वो आंदोलन के संबंध में बताई गई.अच्छा होता कि उस पर भी चर्चा होती. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन पर राजनीति हावी हो रही है. विपक्ष ने इस मुद्दे पर अचानक से यू-टर्न ले लिया है. पीएम मोदी ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की.
प्रधानमंत्री ने कहा की पहले की फसल बीमा योजना भी छोटे किसानों को नसीब ही नहीं होती थी. यूरिया के लिए भी छोटे किसानों को रात-रात भर लाइन में खड़े रहना पड़ता था, उस पर डंडे चलते थे.’’ उन्होंने कहा, ‘’पीएम किसान सम्मान निधि योजना से सीधे किसान के खाते में मदद पहुंच रही है. 10 करोड़ ऐसे किसान परिवार हैं जिनको इसका लाभ मिल गया. अब तक 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपये उनके खाते में भेजे गये हैं. इसमें अधिकतर छोटे किसान हैं.’’
एमएसपी को लेकर प्रधानमंत्री ने सदन में कहा की ’हमें एक बार देखना चाहिए कि कृषि परिवर्तन से बदलाव होता है कि नहीं. कोई कमी हो तो उसे ठीक करेंगे, कोई ढिलाई हो तो उसे कसेंगे. मैं विश्वास दिलाता हूं कि मंडियां और अधिक आधुनिक बनेंगी. एमएसपी है, एसएसपी था और एमएसपी रहेगा. इस सदन की पवित्रता समझें हम. जिन 80 करोड़ लोगों को सस्ते में राशन दिया जाता है वो भी लगातार रहेगा.