उत्तर प्रदेश में मदरसों की जांच को लेकर मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष ने योगी सरकार से गुहार लगाई है. उन्होंने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री धर्मपाल को पत्र लिखकर मदरसों की जांच को निलंबित करने की मांग की. उन्होंने पत्र में मांग की है कि अनुदानित और मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच को निलंबित किया जाए.
मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने दावा किया कि जांच से मदरसों में पढ़ाई प्रभावित होने की आशंका है. सभापति ने आम लोकसभा चुनाव का भी जिक्र किया. चेयरमैन ने कहा कि जांच प्रक्रिया से लंबित कार्यों में और देरी हो सकती है.
मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने पत्र में लिखा- मेरी जानकारी में आया है कि रजिस्ट्रार, उप्र मदरसा शिक्षा परिषद, लखनऊ द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण, उप्र ने राज्य सहायता प्राप्त एवं स्थायी मान्यता प्राप्त मदरसों के निरीक्षण के आदेश जारी किये हैं. मदरसे. जबकि वर्तमान में मदरसों में पिछले वर्ष 2023 की परीक्षा में अनुपस्थित अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम कंपार्टमेंट, निरीक्षण, परीक्षा केंद्रों पर घोषित किए जाते हैं, कार्यवाही मदरसा, जिला, परिषद मुख्यालय पर सक्रिय है। ऐसी स्थिति में मदरसों में होने वाले परीक्षा कार्य के फलस्वरूप उक्त परीक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण कार्य एवं शिक्षण प्रभावित होने की प्रबल संभावना है.