पीलीभीत में जमीन की विरासत दर्ज करने के लिए 5000 रिश्वत लेना लेखपाल को महंगा पड़ गया। किसान की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।किसान 14 महीने से तहसील के चक्कर काट रहा था, एंटी करप्शन टीम अब लेखपाल पर कार्रवाई कर रही है।
शिकायतकर्ता किसान कांता प्रसाद ने बताया कि 14 महीने से कलीनगर तहसील के लेखपाल के चक्कर काट रहा था। बहन की शादी के बाद जमीन विरासत कराने को लेकर लेखपाल केके सरोज लगातार परेशान कर रहा था। परेशान होकर 4 सितंबर 2023 को शिकायत बरेली एंटी करप्शन टीम को दी। एंटी करप्शन टीम ने आज तहसील कलीनगर में मौके पर पहुंचकर पांच सौ के 10 नोट शिकायतकर्ता को दिए,और उसने लेखपाल को जैसे ही नोट दिए। तुरंत तहसील में लेखपाल को एंटी करप्शन की 6 सदस्य टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद टीम लेखपाल को लेकर माधौटांडा थाने पहुंची। लेकिन वहां लेखपालों का जमावड़ा देख उनका रुख बदल गया, और उन्होंने गजरौला थाना में लिखत पढ़त कराई। हालांकि पुलिस द्वारा अभी मुकदमा नहीं लिखा गया है।एंटी करप्शन टीम ने तहरीर दे दी है।जिस पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है,।