उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव जल्द ही दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ कराए जाएंगे। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, उपचुनाव की तारीख की घोषणा निकट भविष्य में की जाएगी। यह सीट समाजवादी पार्टी के नेता अवधेश प्रसाद के फैजाबाद (अयोध्या) से सांसद चुने जाने के बाद से खाली है।
गौरतलब है कि नवंबर में उत्तर प्रदेश की नौ अन्य विधानसभा सीटों पर उपचुनाव संपन्न हो चुके हैं, लेकिन मिल्कीपुर सीट पर चुनाव नहीं हो सका था। इसका मुख्य कारण यह था कि इस मामले को लेकर अदालत में याचिका दायर की गई थी। हाल ही में अदालत द्वारा इस याचिका पर फैसला सुनाए जाने के बाद अब इस सीट पर चुनाव का रास्ता साफ हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, उपचुनाव के लिए अधिसूचना एक सप्ताह के भीतर जारी की जा सकती है। मतदान और परिणाम फरवरी के मध्य तक घोषित होने की संभावना है। चुनाव आयोग ने इस चुनाव के लिए आवश्यक तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव भी फरवरी में निर्धारित हैं, ऐसे में मिल्कीपुर का यह उपचुनाव राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मिल्कीपुर क्षेत्र में सभी प्रमुख राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं और चुनाव प्रचार की रणनीतियां बनाने में जुट गए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस उपचुनाव का न केवल स्थानीय राजनीति पर, बल्कि प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की राजनीति पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
चुनाव आयोग की ओर से जल्द ही विस्तृत कार्यक्रम जारी होने की संभावना है। मिल्कीपुर क्षेत्र के मतदाता अब इस उपचुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।