दिल्ली में 2024 विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच सरगर्मी तेज है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। इस बीच, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए एक बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है।
ईडी ने पिछले साल मार्च में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। अब गृह मंत्रालय की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद ईडी केजरीवाल के खिलाफ धन शोधन निरोधक कानून के तहत केस आगे बढ़ा सकेगी। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में केजरीवाल को न केवल व्यक्तिगत तौर पर, बल्कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक होने के नाते भी आरोपी बनाया गया है।
केजरीवाल पर क्या हैं आरोप? ईडी का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के आबकारी घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने आप नेताओं, मंत्रियों और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया। ईडी का कहना है कि जब यह अपराध हुआ, उस समय केजरीवाल आम आदमी पार्टी के प्रभारी थे। इस आधार पर ईडी उन्हें और उनकी पार्टी को दोषी ठहराते हुए कार्रवाई की बात कर रही है।
दिल्ली में 5 फरवरी को चुनाव यह मामला ऐसे समय पर सामने आया है जब दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव आयोग के कार्यक्रम के अनुसार, मतदान 5 फरवरी को होगा और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। ऐसे में केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए यह मामला चुनावी तैयारियों पर असर डाल सकता है।