
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने करीब 50 किलोग्राम इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किया है। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने जिले के बासागुड़ा-आवापल्ली मार्ग पर एक पुल के नीचे लगाया गया करीब 50 किलोग्राम वजन का आईईडी बरामद किया है। उन्होंने बताया कि आज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का बम निरोधक दस्ता बासागुड़ा-आवापल्ली मार्ग पर गश्त के लिए निकला था।
जब सुरक्षा बलों की टीम तिमापुर दुर्गा मंदिर के पास थी, तो उन्हें पुल के नीचे माओवादियों द्वारा लगाए गए लगभग 50 किलोग्राम वजन के आईईडी के बारे में सूचना मिली। अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों ने पुल के नीचे से कंक्रीट और पत्थर हटा दिए थे, उसके अंदर बारूदी सुरंग छिपा दी थी और फिर उसी तरीके से पत्थर बिछा दिए थे। उन्होंने बताया कि आईईडी का पता लगाने के लिए ‘मेटल डिटेक्टर’ का इस्तेमाल कर की जा रही जांच के दौरान बारूदी सुरंग के बारे में जानकारी मिली। सुरक्षा बलों ने बारूदी सुरंग को हटाने का प्रयास किया लेकिन वह बहुत गहराई में धंसी होने के कारण उसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया
अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों ने बड़े वाहनों को नुकसान पहुंचाने के लिए पुल के नीचे ‘रिमोट कंट्रोल’ आईईडी लगाया था। लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता से माओवादियों की योजना विफल हो गयी। उन्होंने बताया कि बारूदी सुरंग नष्ट करने के दौरान सड़क में गहरा गड्ढा बन गया है, जिसे भरकर यातायात बहाल किया जा रहा है।
6 जनवरी को एक बड़ा विस्फोट हुआ।
इस महीने की छह तारीख को नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए राज्य के बीजापुर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट किया था, जिससे पुलिस का एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था। इस घटना में आठ सुरक्षा बल कर्मियों और चालक सहित नौ लोगों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, माओवादियों ने इस घटना को अंजाम देने के लिए करीब 70 किलोग्राम वजनी आईईडी का इस्तेमाल किया।