
भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भारतीय सेना के जवान कर्तव्य पथ पर परेड करते हैं और अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हैं। इस अवसर पर भारतीय सेना द्वारा हथियारों और उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई जाती है। 26 जनवरी का दिन ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था और देश ने एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनाई थी। इस साल भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस बार परेड में अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों जैसे प्रलय शॉर्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइल और संजय बैटल फिल्ड सर्विलांस सिस्टम का प्रदर्शन किया जाएगा। खास बात यह है कि इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति होंगे।
इसके अलावा, एक और खास बात है जिसने पूरे देश को प्रेरित किया है। भारतीय सेना के दिल्ली एरिया के जीओसी, लेफ्टिनेंट जनरल भावनीश कुमार और उनके बेटे, लेफ्टिनेंट अहान, दोनों एक साथ कर्तव्य पथ पर परेड में शामिल होंगे। लेफ्टिनेंट जनरल भावनीश कुमार एक डेकोरेटेड ऑफिसर हैं और उनकी सेवा भारतीय सेना में बहुत ही गौरवपूर्ण रही है। वह पैराशूट बटालियन की तीसरी रेजिमेंट से कमीशन हुए थे। उनके बेटे, लेफ्टिनेंट अहान, जो अपने पिता को आदर्श मानते हैं, 2023 में 69वीं आर्म्ड रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। वर्तमान में, वह 61वीं कैविलरी के घुड़सवार दस्ते के contingent कमांडर के रूप में परेड में भाग लेंगे। पूरे परेड की कमान उनके पिता, लेफ्टिनेंट जनरल भावनीश कुमार ही संभालेंगे। यह घटना भारतीय सेना की एकता और समर्पण की प्रतीक है, जिसमें पीढ़ी दर पीढ़ी देश की रक्षा में तत्पर रहने की परंपरा रही है।