नई दिल्ली – तुलसी की महत्तवता हमारे लिये काफी है यह पूजन के काम के साथ साथ हमारे शरीर के लिए भी काफी लाभदायक मानी जाती है कहते हैं.
निमोनिया से ग्रस्त लोगों के लिए तुलसी का उपयोग रामबाण है. अगर पसलियां चल रही हैं तो भी 15 से 20 ग्राम तुलसी के रस को निकालिए. इस रस को गाय के घी या बादाम रोगन में धीमी आंच पर पकाएं. इसे पकाकर के इससे बच्चों की मालिश कीजिए. इससे बच्चों की मसल्स स्ट्रांग होंगी. इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग होगा और निमोनिया की समस्या भी दूर होगी. इससे बच्चों में सर्दी-गर्मी सहने की क्षमता भी बढ़ जाएगी.
अगर आपको बहुत सांस लेने में दिक्कत है या अस्थमा की बीमारी है तो इसमें तुलसी बहुत लाभकारी है. गुलबनफ्सा, मुलैठी और तुलसी को मिलाकर काढ़ा बनाइए और सुबह-शाम इसका सेवन कीजिए. इससे सांस की समस्याए कम होगी.
अक्सर बच्चो को भूख न लगने की दिक्क्त होती है इसके लिए तुलसी का उपयोग लाभदायक है. भूख कम लगने पर काली मिर्च, अदरक, हरी मिर्च और तुलसी के पत्तों में नमक डालकर चटनी बना लें. आप चाहें तो हरी मिर्च भी इसमें डाल सकते हैं. खाने के साथ इस चटनी को खाएं और बच्चे को भी खिलाएं. इससे ना सिर्फ भूख बढ़ेगी बल्कि पेट की अन्य समस्या भी दूर होंगी.
इस लेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।