वर्ल्ड डेस्क – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन और दवा कम्पनी फाइजर पर आरोप लगाते हुए कहा की राष्ट्रपति चुनाव से पहले जानबूझकर कोविड-19 टीके की घोषणा नहीं की गई, क्योंकि इससे उनकी जीत हो सकती थी. ट्रंप ने ट्वीट किया कि चुनाव से पहले अमेरिका का खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) और डेमोक्रेट्स उन्हें टीके का श्रेय नहीं देना चाहते थे, क्योंकि इससे उन्हें चुनाव में जीत हासिल हो सकती थी. इसलिए ही इसकी घोषणा पांच दिन बाद की गई.
‘फाइजर’ ने कहा था, कि उसे टीके के विश्लेषण से पता चला है कि वह कोविड-19 को रोकने में 90 प्रतिशत तक कारगर हो सकता है. फाइजर ने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया है लेकिन कहा कि अध्ययन के अंत तक परिणाम में बदलाव हो सकता है. फाइजर के क्लीनिकल डेवलपमेंट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ बिल ग्रूबेर ने कहा था, ‘हम अभी किसी तरह की उम्मीद जगाने की स्थिति में नहीं है. हालांकि, हम नतीजों से काफी उत्साहित हैं.’ ट्रंप ने आरोप लगाया, ‘अगर जो बाइडन राष्ट्रपति होते तो, आपको अगले चार साल तक टीका नहीं मिलता और ना ही एफडीए ने इसे तुरंत मंजूरी दी होती. नौकरशाही तंत्र ने लाखों जिंदगियों को तबाह कर दिया होता.’ इस बीच, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इस घोषणा से अगले वर्ष के बेहतर होने की उम्मीद जगी है. बाइडन ने ट्वीट किया, ‘मैं उन शानदार महिलाओं और पुरुषों को बधाई देता हूं जिन्होंने इसे विकसित करने और हमें ऐसी उम्मीद देने के लिए काम किया