मनुष्य के पेट में, आंतों में विभिन्न प्रकार के कीड़े पाये जाते हैं| पाचन अनस्थान से संबन्धित इन कीड़ों को ही आम लोग पेट के कीड़े के नाम से संबंधित करते हैं|ये कई तरह के होते हैं जो तरह-तरह के विकारों से उत्पन्न होते हैं|
पेट में जब कीड़े हो जाते हैं तो उनके कारण निम्न लक्षण पैदा होते हैं: मिचली, जी मचलाना, लाल साव्र, अजीर्ण, अरुचि, उल्टी, ज्वर, दुर्बलता, छींक, नज़ला-जुकाम आदि|इसके अतिरिक्त पेट में तीव्र दर्द, भूख की कमी, रक्त की कमी आदि लक्षण भी पाये जाते हैं|
बच्चों के पेट में जब कीड़े होने की समस्या होती है तो उनके प्राइवेट पार्ट पर के बाहरी हिस्से पर खुजली और जलन की शिकायत हो सकती है.जब भी भोजन करने जाएं तो सबसे पहले छोटा आधा चम्मच अजवाइन पानी के साथ निगल लें.
तवे पर जीरे को भून लें. इन्हें आधा चम्मच लें और गुड़ के साथ खाएं. आप जीरे को पाउडर बनाकर भी खा सकते हैं. 5-6 दिनों में आपको आराम मिल जाएगा.