यमुना एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगाने का फैसला किया गया है। दरअसल, सर्दियों में कोहरे के कारण दृश्यता कम हो जाती है। जिसके कारण दुर्घटना की घटनाएं बढ़ जाती हैं. वहीं, अगर कार तेज गति में हो तो दुर्घटना का खतरा अधिक होता है। अब कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए यमुना एक्सप्रेसवे पर कारों और हल्के वाहनों की गति सीमा 75 किमी प्रति घंटा और ट्रक और बस जैसे भारी वाहनों की गति 60 किमी प्रति घंटा करने का निर्णय लिया गया है. । है
यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति कम करने का आदेश 15 दिसंबर 2023 से 15 फरवरी 2024 तक प्रभावी रहेगा. इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं। वहीं, अगर कोई वाहन तय गति से अधिक स्पीड में चलाएगा तो उसका चालान किया जाएगा। इसके लिए यमुना एक्सप्रेस-वे पर जगह-जगह कैमरे लगाए गए हैं। पिछले साल भी ओवर स्पीडिंग के चलते हजारों गाड़ियों के चालान काटे गए थे.
कोहरे के कारण हुई दुर्घटनाएं
बता दें कि कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर कई हादसे हो चुके हैं. इसी साल 10 जनवरी को यमुना एक्सप्रेसवे पर सात गाड़ियां टकराई थीं, जिसमें करीब 24 लोग घायल भी हुए थे. इसके अलावा 9 जनवरी को भी दो कारें आपस में टकरा गई थीं. इस हादसे में छह लोग घायल हो गये. इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे पर कई हादसे भी हो चुके हैं.