पीलीभीत में वन कर्मियों पर गंभीर आरोप लगे हैं जिसका खामियाजा एक ग्रामीण को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा है आरोप है कि वन कर्मियों ने साफ सफाई के नाम पर ग्रामीणों को जंगल के अंदर भेजा था इसमें एक ग्रामीण को कल टाइगर उठाकर ले गया था आज टाइगर का अध खाया शव जंगल में मिला है जिसके बाद हड़कंप मच गया है डीएफओ ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
दरअसल माँधोटांडा क्षेत्र के गांव जमुनिया निवासी गंगाराम व अन्य ग्रामीणों को वन कर्मियों ने जंगल के अंदर साफ सफाई करने भेजा था। आरोप है कि वनकर्मी ग्रामीणों को सफाई का पैसा ना देकर लकड़ी काटने की इजाजत देते हैं जंगल के अंदर काम के दौरान अचानक गंगाराम पर टाइगर ने हमला कर दिया और पकड़ खींच ले गया यह देख अन्य ग्रामीण भाग आए। कल से गंगाराम की तलाश की जा रही थी आज जंगल के अंदर गंगाराम का अधखाया शव मिला है। बाघ ने कमर के नीचे का भाग पूरी तरह खा लिया पैर की एक हड्डी भी खेत में पड़ी मिली है इसके साथ ही मौके पर जंगल के अंदर कटान भी मिला है। घटना होने के बाद अब अधिकारी ग्रामीणों से मजदूरी करने की बात से मुकर गए हैं और अवैध रूप से ग्रामीणों द्वारा जंगल में प्रवेश करने की बात कह रहे हैं। फिलहाल ग्रामीणों में काफी रोष है शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेजा गया है डीएफओ का कहना है कि मामले में जांच कराई जा रही है। वहीं एसडीओ मयंक पांडे ने 5 लाख रुपये मुआवजा और अंतिम संस्कार के 20 हजार रुपए की मदद का लिखित आश्वासन दिया है।