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UP : सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे जगतगुरु परमहंस आचार्य

आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले जहां कांग्रेस पार्टी ने अपनी खोई जमी तलाशने के लिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आने वाली 14 फरवरी से उतर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे है तो वही दूसरी तरफ भाजपा ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दस वर्षो के कार्यों को बता कर एक बार फिर केन्द्र में भाजपा सरकार बनाने बनाने में जुट गई है भाजपा की इस मुहिम में अब साधु संत भी जुड़ गए है अयोध्या के जगतगुरु परमहंस आचार्य पीठाधीश्वर तपस्वी छावनी ने एलान किया है की आने वाली लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस हाई कमान सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनाव में ताल ठोकेंगे आप को बताते चले की अयोध्या के परमहंस आचार्य ने घोषणा किया की वह रायबरेली से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लडने जा रहा हूं इस बार भारत कांग्रेस मुक्त होने जा रहा है दरअसल अयोध्या से सुल्तानपुर होकर वाराणसी जाते समय जगतगुरू परमहंस आचार्य पीठाधीश्वर तपस्वी छावनी ने मीडिया से बात करते हुए अपने चुनाव लड़ने की घोषणा की उन्होंने कहा है कि रायबरेली से वे सोनिया गांधी के विरुद्ध चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने ये भी कहा है कि इस बार कांग्रेस मुक्त भारत होने जा रहा है।

अयोध्या के तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य का भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री धर्मेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में स्वागत किया मौजूदा कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के जयघोष लगाया इस दौरान पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी पागल हो गई है। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा स्वामी रामभद्राचार्य जी के ऊपर की गई टिप्पणी को उन्होंने अशोभनीय एवं निंदनीय बताया।उन्होंने कहा कि यह सपा के विनाश का समय है, कहते हैं कि विनाश काले विपरीत बुद्धि उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या का विवाद खत्म हो गया है, अब काशी का विवाद खत्म करने के लिए वाराणसी जा रहा हूं। उनके साथ अयोध्या भगवान श्रीराम का दर्शन करने आईं श्रृंगार गौरी ज्ञानवापी की दो याचिकाकर्ता सीता साहू व मंजू व्यास भी मौजूद थी। परमहंस ने कहा कि बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने वाराणसी जा रहा हूं। वही ज्ञानव्यापी श्रृंगारगौरी की याचिकाकर्ता सीता साहू व मंजू व्यास ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर में रामलला का दर्शन कर वाराणसी लौट रहे हैं। क्योंकि काशी में 31 वर्षों से व्यास जी के तहखाने में पूजा पाठ बंद था जो शुरू हो गया। हम लोगों ने माना था कि हम लोग हवन यज्ञ करवायेंगे और आचार्य परमहंस जी के द्वारा हम लोगों ने हवन यज्ञ करवाया। हम लोगों को बड़ी जीत मिली है।

रिपोर्ट – शरद श्रीवास्तव ( सुल्तानपुर )

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