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UP : चित्रकूट की नदियों में पोकलैंड मशीनों से जमकर अवैध खनन

चित्रकूट जनपद में बालू माफिया पट्टे की आड़ में जमकर एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाकर अवैध खनन कर रहे हैं, आलम यह है कि घाट पर दर्जनों पोकलैंड मशीन लगाकर नदी का सीना छलनी कर रहे हैं और घाट से ही जमकर ट्रकों में ओवरलोडिंग कर करोड़ों का सरकार के राजस्व में चूना लगा रहे हैं ।। मामला उत्तर प्रदेश के जनपद चित्रकूट के सरधुवा थाना क्षेत्र के धौरहरा और चांदी बालू घाट का है जहां पट्टे की आड़ में बालू घाट संचालक घाट में दर्जनों पोकलैंड मशीन लगाकर एनजीटी के नियमों को ताक में रखकर खनन कर रहे हैं। बात करे चांदी बालू घाट की तो इस घाट में लगभग 20 से ज्यादा पोकलैंड मशीनें लगाकर नदी का सीना छलनी किया जा रहा है। यमुना नदी किनारे यह संचालित बालू घाट पर बालू माफिया तालाब के बराबर बड़े-बड़े गड्डे कर अवैध खनन कर रहे हैं और रात होते ही नदी के बीच जलधारा से बालू निकाल रहे हैं इसके साथ ही कई जगह बालू माफियाओं ने नदी की जलधारा मोड़ने का भी प्रयास किया है।

आप इन तस्वीरों में साफ देख सकते हैं कि किस तरीके से बालू माफिया पट्टे की आड़ पर नदी का सीना छलनी कर रहे हैं और घाट में कई-कई फीट गहरे गड्ढे बना दिए हैं जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। नदी की जलधारा से बालू निकालने की वजह से नदी में रहने वाले जलीय जंतुओं के ऊपर भी खतरा मंडरा रहा है इतना ही नहीं धौरहरा बालू घाट में बालू माफिया घाट में भी एक दर्जन पोकलैंड मशीनें लगाकर जमकर अवैध खनन किया जा रहा है इतना ही नहीं घाट से ही ट्रकों में ओवरलोड बालू भर कर सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे हैं, खनन माफिया बालू घाट पर एनजीटी के नियमों को ताक में रखकर जमकर अवैध खनन कर रहे है लेकिन जिले के अधिकारी मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। खनिज अधिकारी भी खनन माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय उनका संरक्षण देते हुए नजर आ रहे हैं और जमकर बालू घाटों पर अवैध खनन किया जा रहा है। फिलहाल बालू माफियाओं का इलाके में इतना रसूख और खौफ है कि कोई भी इन रेत माफियाओं के खिलाफ जुबान खोलने को तैयार नहीं हैं।

रिपोर्ट-अतुल मिश्रा ( चित्रकूट )

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