पीलीभीत में जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में सदस्यों के निशाने पर कई विभागों के अधिकारी रहे। सदस्यों ने काम न करने और शिकायत का निस्तारण न करने के आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इसके साथ ही बैठक से नदारद अधिकारियों का निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया। कई सदस्यों ने तो यहां तक आरोप लगा दिया कि हजारों रुपए की रिश्वत देकर वह काम कर रहे हैं। इसके साथ ही पत्रकारों को लेकर भी कई सदस्यों ने सदन में पूछा कि समस्त विभागों से इनको कितने रुपए के प्रतिवर्ष विज्ञापन दिए जा रहे हैं क्योंकि कई पत्रकार ट्वीट करते रहते है।
इसके साथ ही एक सदस्य के प्रतिनिधि ने कहा कि वह जिला पंचायत सदस्य पद से जल्द त्यागपत्र दे देंगे। इसके अलावा जिला पूर्ति अधिकारी पर प्रतिनिधि मोहम्मद मियां खां ने दिव्यांग का कार्ड काटने और पूरनपुर के पूर्ति निरीक्षक पर कोटेदारों से मिलकर वसूली का आरोप लगाया। तो वहीं पेड़ों के कटान संबंधी परमिट को लेकर एक सदस्य और जिला उद्यान अधिकारी के बीच तीखी नोकझोंक भी हो गई। हालांकि बाद में मामला शांत हो गया। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. दलजीत कौर, सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही आठ विभाग के अधिकारी नदारद दिखे।
रिपोर्ट – रितिक द्विवेदी ( पीलीभीत )