पीलीभीत : सरकार के निर्देश पर हुई SIT की जांच में पीलीभीत के 27 मदरसे अवैध तरीके से संचालित मिले जिसके बाद कार्रवाई तय मानी जा रही है। इन मदरसों पर लटकती तलवार के बाद मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड आफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज नूर अहमद अजहरी की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। वीडियो वायरल कर हाफिज नूर अहमद ने सरकार पर मदरसों के जरिए मुसलमान का वजूद खत्म करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा मौजूदा सरकार कभी मस्जिद तो कभी मदरसों को टारगेट कर उनको तोड़वाने का काम कर रही है। सरकार मदरसों, मस्जिद के नाम से एक समुदाय के लोगों को डरा रही है ताकि लोग मदरसों में पढाई न करें और हाफिज आलिम न बन सके।
उन्होंने कहा सरकार कभी अयोध्या तो कभी ज्ञानवापी सहित इवादतगाह को कोर्ट का सहारा लेकर उन्हें टारगेट कर रही है। यही नहीं मौलाना नूर अहमद अजहरी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राम मंदिर के नाम से सरकार ने विदेश से चंदा इकट्ठा किया। अगर हम अपनी इबादतगाह के लिए विदेश से चंदा लेते, तो सरकार उसमें जांच कराती है। सरकार सिर्फ एक धर्म के लोगों को टारगेट कर उनको डराने धमकाने और उनकी इबादतगाह को खत्म करने का काम कर रही है। गौरतलव है SIT ने जांच के बाद सरकार को सौपी रिपोर्ट में गैर मान्यता प्राप्त 13 हजार अवैध मदरसे बंद करने की सिफारिश की गई है, यह मदरसे अधिकतर भारत-नेपाल सीमा पर है या उनसे सटे क्षेत्र में है। 2022 में विभाग द्वारा की गई जांच पड़ताल में जनपद पीलीभीत में 27 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त पाए गए ,जिसमें अमरिया तहसील में चार, बीसलपुर तहसील में चार, कलीनगर तहसील में एक और नेपाल से सटी तहसील पूरनपुर में 7 और पीलीभीत में 11 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त पाए गए।
रिपोर्ट – रितिक द्विवेदी ( पीलीभीत )