पहले चरण में पीलीभीत जिले में 19 अप्रैल को मतदान होना है। इसको लेकर लोकसभा चुनाव का प्रचार जोर पकड़ने लगा है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के बाद आज सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पूरनपुर पहुंचे औऱ अपने प्रत्याशी भगवत सरन गंगवार के लिए एक जनसभा को संबोधित किया। पूरे भाषण में उनके निशाने पर भाजपा रही। किसान आंदोलन, इलेक्टोरल बांड का जिक्र कर सरकार पर जमकर हमला बोला। इशारों ही इशारों में पीएम मोदी और सीएम योगी पर भी तंज कसे। अखिलेश ने कहा कि पीलीभीत का चुनाव पहले चरण में ही है, पहले चरण में ही हम लोग खुशखबरी सुनाने जा रहे हैं। यहां बड़े-बड़े नेता आ चुके हैं। देश के बड़े नेता आकर अपनी बात कह चुके हैं।
लखनऊ वाले तो घबराए हुए हैं, उनका चेहरा पीला हो जा रहा है। पीलीभीत का नाम सुनकर भाजपा के तमाम नेताओं का चेहरा पीला हो जा रहा है। यह इसीलिए हो रहा है, क्योंकि यहां की जनता ने इस बार मन बना लिया है औऱ सपा को ऐतिहासिक वोटों से जिता कर भेजना चाहती है। सपा मुखिया ने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा के लोग तीन काले कानून लाए थे। ये कानून इसलिए वापस हो गए थे, क्योंकि ये लोग किसानों से घबरा गए थे। उन्होंने कहा कि जो किसानों पर थार चढ़ा रहे हैं, उन्हें सरकार ने सम्मान दिया। थार से किसानों का आंदोलन रौंदा गया। अखिलेश ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कहा कि 40 हजार करोड़ से ज्यादा पैसा सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में खर्च किया गया। कहीं गड्ढे भर गए हैं क्या। जो काम समाजवादियों ने किया था। उसको भी पूरा नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि जब से यह दिल्ली वाले आए हैं, महंगाई बढ़ाई है। इसकी कल्पना नहीं कर सकते। यह सरकार महंगाई कम नहीं कर रही है। जब महंगाई रोकनी थी, तब उन्होंने चंदा वसूलने का काम किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग भ्रष्टाचार बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इलेक्टोरल बांड के जरिए वसूली की जा रही है। जिस कंपनी का कोई कारोबार नहीं है, उस कंपनी से सरकार ने पैसा वसूला है। इलेक्टोरल बांड से काले को सफेद कर दिया। नोटबंदी में भी यही काम किया। इस सरकार ने जितना पैसा वसूला है, उसकी वजह से ही महंगाई है। जिन उद्योगपतियों से पैसा वसूला है, अब वो मुनाफा कमा रहे हैं। अखिलेश ने गठबंधन की सरकार बनने पर किसानों का कर्जा मुक्त करने का वादा किया है।