पीलीभीत में जेई से मारपीट और महिला नेता से छेड़खानी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है, अब बिजली विभाग के अफसर लामबंद हो गए औऱ आंदोलन की चेतावनी दे रहे है। आरोप है कि पुलिस ने महिला नेता की ओर से जेेई समेत 10 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन जेई की ओर से दी गई तहरीर पर कोई एक्शन नहीं लिया। पुलिस के इस रवैये पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई है साथ ही राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन ने बैठक कर रणनीति बनाई है। इस दौरान अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर अफसर नारेबाजी करते भी नजर आए।
दरअसल कोतवाली पूरनपुर के रामवाटिका कॉलोनी में एक महिला नेता के घर बिजली चोरी की शिकायत पर जेई और अन्य पाॅवर कारपोरेशन कर्मी चेकिंग करने पहुंचे थे। इसके बाद बंद घर में जेई और महिला नेता में मारपीट हुई। जेई का दावा था कि घर में उन्होंने बिजली चोरी पकड़कर उसका वीडियो बना लिया था। घटना के बाद महिला नेता ने जेई और पावर कॉरपोरेशन कर्मियों के खिलाफ घर में घुसकर छेड़खानी करने तो जेई ने घर में बंंधक बनाकर पिटाई करने की तहरीर दी थी। मामले में पुलिस ने भाजपा नेत्री की ओर से जेई सहित चार नामजद व 6 अज्ञात बिजली विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया हालांकि जेई जयपाल की रिपोर्ट दर्ज नहीं की इसके विरोध में ही अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर जिले भर के अधिशासी अभियंताओं, उप खंड अधिकारियों और जेई एकत्रित हुए औऱ प्रदर्शन कर सीओ ऑफिस पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने शीघ्र रिपोर्ट दर्ज न होने पर कार्य बहिष्कार कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
रिपोर्ट – रितिक द्विवेदी ( पीलीभीत )