लखनऊ : रिटायर्ड आईएएस की पत्नी ने अपनी सौतेले बेटे पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए गाजीपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। महिला का कहना है कि उसके सौतेले बेटे ने उसे पांच दिन तक कमरे में बंधक बनाकर रखा और घिनौना काम किया इस दौरान बेटे ने उसका आपत्तिजनक वीडियो भी बना लिया। फिलहाल महिला की लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर तथ्य आधारित जांच शुरू कर दी है.
गाजीपुर थाना प्रभारी विकास राय के मुताबिक, राजधानी में रहने वाली महिला की शादी साल 2020 में जम्मू-कश्मीर के एक रिटायर आईएएस से हुई थी. लिखित शिकायत में महिला ने बताया कि पति वर्ष 2010 में सेवानिवृत्त हो गये थे. उनकी पहली पत्नी की साल 2018 में हार्ट सर्जरी के दौरान मौत हो गई थी. सेवानिवृत्त आईएएस की पहली पत्नी से तीन बच्चे (दो बेटियां और एक बेटा) हैं। तीनों शादीशुदा हैं. महिला ने बताया कि शादी के बाद वह जम्मू-कश्मीर स्थित अपने ससुराल में रहने लगी। शुरुआती दौर में सब कुछ ठीक है. आईएएस पति उनका सम्मान करता था, लेकिन बेटा बार-बार दहेज के लिए परेशान करता था। वह जायदाद में हिस्सा ले लेता था और घर में रहता था, लेकिन जायदाद के बारे में कभी नहीं सोचता था। महिला ने बताया कि बेटा शिक्षक है. वह अपनी पत्नी के साथ सौतेली मां पर भी अत्याचार करता था। महिला को क्यों है शिकायत इस बात की शिकायत वह कई बार अपने पति और बहू से करती है, लेकिन वे कोई बात नहीं करते। अत: उस पर और भी अधिक अत्याचार किया जाने लगा। उसने सबकुछ सहन किया.
महिला का आरोप है कि उसकी सौतेले बेटे का एक दोस्त भी उसके घर आने-जाने लगा। दोनों अक्सर देर रात को आते थे. रात में मुझे बुलाते और खाने-पीने की डिमांड करते। महिला का आरोप है कि बेटे के साथ-साथ उसका दोस्त भी उस पर गलत नजर रखने लगा। स पर महिला ने बेटे से दोस्त को घर न लाने की बात कही तो वह उससे अर्मादित तरह से पेश आने लगा। आरोप है कि 11 अप्रैल को बेटे ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर उसे पांच दिन तक अपने घर में बंधक बनाए रखा। फिर उसने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया. इस दौरान आरोपियों ने मोबाइल कैमरे से उसका आपत्तिजनक वीडियो भी बना लिया. महिला ने बताया कि वह किसी तरह आरोपियों के चंगुल से छूटकर लखनऊ आ गई। जिसके बाद उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई. मामले को संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों के निर्देश पर गाजीपुर पुलिस ने 21 जून को छह लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज की