लखनऊ पुलिस की साइबर क्राइम सेल और पीजीआई थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए झारखंड के तीनपहाड़ से जुड़े गिरोह के दो शातिर अंतरराज्यीय ठगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही एक नाबालिग को भी पुलिस की सुरक्षा में लिया गया है।
घटना का विवरण कर्नल संतोष कुमार मिश्रा ने लखनऊ के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय और साउथ सिटी के बीच स्थित सब्जी मंडी से अपना आईफोन 13 प्रो मैक्स चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इस फोन में मौजूद डाटा का उपयोग करके ठगों ने करीब 5.5 लाख रुपये की साइबर ठगी की थी।
साइबर क्राइम सेल को इसी तरह की अन्य कई शिकायतें भी मिली थीं, जिनमें भीड़भाड़ वाले बाजारों और मंडियों से मोबाइल चोरी करके, सिम कार्ड से जुड़े बैंक खातों और डिजिटल वॉलेट का इस्तेमाल कर ठगी की जा रही थी।
पुलिस की कार्रवाई तकनीकी विश्लेषण और सर्विलांस के माध्यम से पुलिस ने 18 दिसंबर 2024 को ठगों को उतरेठिया रेलवे स्टेशन के पास गिरफ्तार किया। उनके पास से सात चोरी किए गए मोबाइल फोन और छह सिम कार्ड बरामद हुए।गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जिनमें गोविंदा कुमार महतो (32), सूरज नोनिया (25) और एक 15 वर्षीय नाबालिग शामिल हैं। तीनों का संबंध झारखंड के जिला साहेबगंज स्थित तीनपहाड़ से है।
अपराध का तरीका गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे बड़े शहरों की भीड़भाड़ वाली जगहों, खासकर सब्जी और फूल मंडियों से मोबाइल फोन चोरी करते थे। फिर इन फोनों का लॉक तोड़कर, सिम कार्ड से जुड़े बैंक खातों और क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके डिजिटल वॉलेट से ठगी करते थे। इसके बाद चोरी किए गए फोनों को बेचकर ठगी की रकम आपस में बांट लेते थे।
अपराधियों का इतिहास इन ठगों के खिलाफ हैदराबाद, तेलंगाना और अन्य राज्यों में भी कई मामले दर्ज हैं। पुलिस अन्य राज्यों की स्थानीय पुलिस से संपर्क करके आगे की कार्रवाई कर रही है। इस कार्रवाई से लखनऊ पुलिस ने साइबर अपराध पर अंकुश लगाने और नागरिकों को राहत देने में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

