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मुख्य स्नान के दौरान महाकुंभ में कोई प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा, योगी आदित्यनाथ ने तैयारियों का लिया जायजा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि मुख्य स्नान के दिनों में कोई प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं और संतों का स्वागत पुष्प वर्षा के साथ किया जाएगा। महाकुंभ का पहला स्नान पर्व 13 जनवरी को और दूसरा मकर संक्रांति स्नान 14 जनवरी को होगा। इसके बाद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का सबसे बड़ा स्नान पर्व होगा, जिसमें 6-8 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है।

इसके अतिरिक्त, 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी और 26 फरवरी को दो और स्नान पर्व होंगे। कुल मिलाकर महाकुंभ के दौरान छह प्रमुख स्नान पर्व आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि महाकुंभ में आने वाले हर तीर्थयात्री और पर्यटक की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है।

योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि मेले में आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, अग्निशमन, घाटों की सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को 24 घंटे सतर्क रहना होगा। मुख्यमंत्री ने इंटेलीजेंस नेटवर्क को और प्रभावी बनाने और महाकुंभ के दौरान एंटी-ड्रोन सिस्टम का उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन भारतीय संस्कृति और आस्था का महत्वपूर्ण आयोजन है, और इसमें बिना किसी भेदभाव के हर श्रद्धालु को सुरक्षा और सुविधाएं देना सरकार का कर्तव्य है। सभी विभागों को सामंजस्य के साथ काम करने और तीर्थयात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करने की दिशा में तत्पर रहने को कहा।

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