दिल्ली-एनसीआर में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार से हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से 4.1 डिग्री कम है। वहीं, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 421 तक पहुंचकर “गंभीर” श्रेणी में दर्ज किया गया। शादिपुर का AQI 431 और पश्चिमी दिल्ली का 422 रहा, जबकि रोहिणी और डिफेंस कॉलोनी जैसे इलाकों में भी AQI 400 तक दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले कुछ दिनों में न तो शीतलहर से राहत मिलेगी और न ही प्रदूषण में सुधार के आसार हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सभी स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं को छोड़कर बाकी कक्षाओं के लिए ऑनलाइन शिक्षा का निर्देश जारी किया है। ऑनलाइन कक्षाएं अगले आदेश तक जारी रहेंगी।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने NCR में बिगड़ते हालातों के मद्देनजर GRAP के चौथे चरण को तत्काल प्रभाव से लागू करने का फैसला लिया है। सोमवार देर रात दिल्ली का औसत AQI 399 था, जो रात 10 बजे 400 के पार पहुंच गया। कुल 38 निगरानी स्टेशनों में से 18 ने वायु गुणवत्ता को “गंभीर”, 16 ने “बहुत खराब” और बाकी ने “खराब” श्रेणी में दर्ज किया।
CAQM ने अपने बयान में बताया कि प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों और हवा के शांत रहने के कारण AQI में तेजी से वृद्धि हुई है। इसी के चलते एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जिसमें GRAP के चौथे चरण को NCR में तुरंत लागू करने का निर्णय लिया गया।
गौरतलब है कि GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के तहत वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए चार स्तर निर्धारित हैं। हर चरण के लिए अलग प्रावधान हैं और AQI के आधार पर इन्हें लागू किया जाता है। GRAP-IV सबसे सख्त स्तर है, जिसमें कई गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाता है ताकि प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने 5 दिसंबर को वायु गुणवत्ता में सुधार के बाद GRAP-IV में ढील दी थी, लेकिन हालात फिर से गंभीर हो गए हैं।