जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है। कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें पांच आतंकवादी मारे गए। इस दौरान दो जवान भी घायल हो गए हैं। मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान को और तेज कर दिया है। भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि 19 दिसंबर, 2024 को सुरक्षा बलों को आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना मिली थी, जिसके आधार पर भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने कादर, कुलगाम में एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही सुरक्षा बलों ने संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाया, आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की और ऑपरेशन जारी है।
यह मुठभेड़ कुलगाम के बेहिबाग पीएस के पास कद्दर गांव में हुई, जहां पुलिस और सुरक्षा बल संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चला रहे थे। अचानक गोलीबारी की शुरुआत हो गई। इससे पहले 23 नवंबर को बारामूला में भी सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त अभियान में आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ किया था। 9 नवंबर को राजपुरा, सोपोर और बारामूला के सामान्य इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी को लेकर मिली खुफिया सूचना के आधार पर भी सुरक्षा बलों ने एक ऑपरेशन चलाया था।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर महीने में मध्य कश्मीर के गगनगीर में एक सुरंग निर्माण स्थल पर हुए आतंकवादी हमले में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक आतंकी को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में मार गिराया था। इस हमले में सात मजदूर और कर्मचारी मारे गए थे, जो श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए सुरंग पर काम कर रहे थे। यह हमला 9 जून की घटना के बाद सबसे घातक था, जिसमें रियासी में नौ तीर्थयात्रियों की हत्या की गई थी।