लखनऊ साइबर क्राइम थाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार के नाम से फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर चंदा वसूलने वाले एक ठग को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए पांच दिनों के भीतर सहारनपुर निवासी आरोपी अमित कुमार को गिरफ्तार किया और घटना में इस्तेमाल किए गए एक आईफोन को भी बरामद किया।
फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट से धोखाधड़ी
आरोपी ने 2022 में एक फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था। इस अकाउंट पर वह अधिकारियों और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की तस्वीरें आधिकारिक ट्विटर हैंडल से डाउनलोड कर पोस्ट करता था। धीरे-धीरे उसने इस फेक अकाउंट पर 67 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स बना लिए। अकाउंट की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए उसने इसे ब्लू टिक से वेरीफाई भी करा लिया।
कुछ समय बाद आरोपी ने जयपुर में हुई एक सड़क दुर्घटना में पीड़ितों की मदद के नाम पर चंदा वसूलने की साजिश रची। डीजीपी प्रशांत कुमार के नाम और उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल करते हुए उसने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में जयपुर हादसे का जिक्र करते हुए आरोपी ने अपने बैंक खाते का क्यूआर कोड जोड़ा और लोगों से आर्थिक मदद की अपील की।
इंस्टाग्राम के अलावा, आरोपी ने एक फर्जी यूट्यूब चैनल भी बनाया। इस चैनल पर उसने डीजीपी की तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल करते हुए चंदा मांगने का काम जारी रखा। फेक अकाउंट और यूट्यूब चैनल की प्रामाणिकता देखकर कई लोगों ने उसके क्यूआर कोड के जरिए पैसे ट्रांसफर कर दिए।
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज
लखनऊ साइबर क्राइम थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 318(4), 319(2) BNS और आईटी एक्ट की धारा 66D के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए महज पांच दिनों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

