उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने आजमगढ़ के पंजीकृत आर्म्स एक्ट के मामले में वांछित अपराधी प्रमोद विश्वकर्मा को गुजरात के पल्साना से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। अभियुक्त प्रमोद विश्वकर्मा, जो मोहब्बतपुर थाना मुबारकपुर, जनपद आजमगढ़ का निवासी है, पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था।
गिरफ्तारी का घटनाक्रम इस प्रकार रहा: एसटीएफ की टीम ने 11 जनवरी 2025 को सुबह 11:45 बजे सूरत जिले के पल्साना क्षेत्र में स्थित सूर्यान्श रेजीडेंसी के पास हल्धरू रोड बगुमरा से प्रमोद को गिरफ्तार किया। कुछ समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से इनामी अपराधियों के सक्रिय होने और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की सूचनाएं मिल रही थीं। इसी जानकारी के आधार पर एसटीएफ ने अभिसूचना संकलन और कार्रवाई के लिए अपनी टीमों को निर्देशित किया था। पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ लखनऊ प्रमेश कुमार शुक्ल के मार्गदर्शन में निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने सूरत में ऑपरेशन चलाया। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से बल प्रयोग करके प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया गया।
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि 2011 में उसने शेषनाथ विश्वकर्मा की हत्या कर दी थी और शव को गायब कर दिया था, जिसके बाद वह जेल भी गया था। प्रमोद के पिता मोती विश्वकर्मा अवैध शस्त्रों का निर्माण करते थे, और प्रमोद भी इस कार्य में उनके साथ शामिल था। 2018 में प्रमोद के खिलाफ अवैध शस्त्र निर्माण और बिक्री के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह 2018 से सूरत में छिपा हुआ था। इस मामले में उसकी गिरफ्तारी पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
अभियुक्त ने यह भी खुलासा किया कि वह अपने पिता के साथ आजमगढ़ के बम्हौर गांव में अवैध शस्त्र बनाता था और इन्हें उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में सप्लाई करता था।
गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को 11 जनवरी 2025 को पल्साना की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर आजमगढ़ लाया गया। 13 जनवरी 2025 को उसे आजमगढ़ की सीनियर डिवीजन कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जाएगी।

