प्रयागराज के झूंसी थाना क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के नेता मनोज पासी को बुरी तरह पीटने के मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। नगर के डीसीपी, अभिषेक भारती ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन दरोगा और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही, इनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
मनोज पासी, जो भाजपा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष और अनुसूचित जाति मोर्चा के सदस्य हैं, ने इस घटना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि उनके छोटे भाई ने चार साल पहले एक भूमि खरीदी थी, और उस पर चारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू किया था। लेकिन 13 जनवरी को झूंसी थाना में एक झूठा आवेदन दिया गया, जिसके कारण काम रुकवा दिया गया। चूंकि 13 और 14 जनवरी को मकर संक्रांति का स्नान पर्व था, इसलिए वे 15 जनवरी को थाने गए और थाना अधिकारियों से यह पूछा कि क्या काम रुकवाने का कोई आधिकारिक आदेश है।
इस दौरान, झूंसी थाना के निरीक्षक उपेंद्र प्रताप सिंह और अन्य दरोगा तथा कांस्टेबल ने मनोज पासी के साथ बेरहमी से मारपीट की। इस घटना को लेकर मनोज पासी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने केवल अपना हक जानने के लिए पुलिस से सवाल किया था, लेकिन इसके बावजूद उनके साथ बुरा व्यवहार किया गया।
इस मामले के सामने आने के बाद, डीसीपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया और मामले की पूरी जांच का आदेश दिया। यह घटना प्रयागराज में चर्चा का विषय बन गई है, और भाजपा नेता मनोज पासी ने न्याय की मांग की है।

