बिहार पुल निर्माण निगम के प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में निगरानी ब्यूरो ने गुरुवार रात छापेमारी की। यह कार्रवाई शुक्रवार सुबह 4 बजे तक चली। विजिलेंस की टीम ने जंग बहादुर सिंह के पटना और बक्सर में स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा।
कहां-कहां हुई छापेमारी?
निगरानी ब्यूरो ने पटना के पुनाईचक स्थित फ्लैट, रूपसपुर थाना क्षेत्र के वेद नगर मोहल्ला, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के कार्यालय और बक्सर जिले के दुधानी गांव स्थित उनके घर पर छापेमारी की।
इंजीनियर पर आरोप है कि उन्होंने अपने और परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना और बक्सर में करोड़ों की संपत्ति, फ्लैट और जमीन खरीदी है। गोपनीय जांच में इन आरोपों को सही पाया गया, जिसके बाद निगरानी थाना कांड संख्या-03/25 के तहत मामला दर्ज किया गया।
क्या मिला छापेमारी में?
तलाशी के दौरान टीम को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, नकदी, निवेश से जुड़े कागजात, आभूषण और अन्य अभिलेख मिले हैं। इनके बारे में विस्तृत जानकारी बाद में प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी जाएगी।
इंजीनियर जंग बहादुर सिंह को लोहिया पथचक्र पुल के नीचे बने कार्यालय से पकड़ा गया। यहां उनकी विजिलेंस टीम के साथ काफी बहस हुई। जब टीम ने दबाव डाला, तो उन्होंने कार्यालय का कमरा खोला। तलाशी में कार्यालय से कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए।
जंग बहादुर सिंह ने छापेमारी को लेकर पूर्व डीजीपी योगेश्वर नाथ श्रीवास्तव पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनका श्रीवास्तव से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है, जो अदालत में लंबित है। उनके अनुसार, इसी विवाद के चलते निगरानी विभाग में शिकायत की गई और यह छापेमारी की गई।

