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बरेली में अपहरण और फिरौती का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, मुठभेड़ में घायल

बरेली जिले के थाना भोजीपुरा और थाना देवरनिया की पुलिस ने जनपद बांदा में हुए अपहरण के मामले में वांछित दो अभियुक्तों को पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। दोनों अभियुक्तों को घायल अवस्था में पकड़ा गया, और उनके पास से दो तमंचे, जिंदा और खोखे कारतूस, बिना नंबर की एक मोटरसाइकिल, घटना में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन, तथा अपहृत व्यक्ति से छीनी गई चेन और अंगूठी बरामद की गई।

घटना का विवरण

गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रजत उर्फ उमेश (पुत्र हरीश कुमार) और खेमेन्द्र (पुत्र उमाशंकर) के रूप में हुई है, जो बरेली के थाना भोजीपुरा के निवासी हैं। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर भोजपुर सर्वसुख पुल के पास घेराबंदी कर दोनों को पकड़ा। पकड़े जाने के दौरान अभियुक्तों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। मुठभेड़ में दोनों अभियुक्तों के पैर में गोली लगी। घायल अभियुक्तों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।

बरामदगी

  1. हथियार और गोला-बारूद
    • एक .303 बोर का तमंचा, एक खोखा और एक जिंदा कारतूस।
    • एक 12 बोर का तमंचा, दो खोखे और दो जिंदा कारतूस।
  2. सामान
    • अपहृत से छीनी गई चेन और अंगूठी।
    • बिना नंबर की लाल रंग की टीवीएस मोटरसाइकिल।
    • घटना में उपयोग किए गए दो मोबाइल फोन।

अपहरण की योजना और क्रियान्वयन

पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने खुलासा किया कि उन्होंने इस अपहरण की योजना एक महीने पहले बनाई थी। अपहृत हरीश कटियार, अनूप कटियार के तहेरे भाई हैं और बांदा में अंडे के थोक व्यापार से जुड़े हैं। अनूप कटियार की मदद से अभियुक्तों ने यह साजिश रची।
16 जनवरी 2025 को, अनूप ने अपनी टाटा जेस्ट गाड़ी का इस्तेमाल करते हुए हरीश को चित्रकूट घुमाने के बहाने बुलाया। रात 1:30 बजे, योजना के तहत, तमंचे के बल पर हरीश का अपहरण किया गया और उन्हें बरेली ले जाकर कई स्थानों पर घुमाया गया। बाद में, उन्हें गांव के बाहर एक बैठक में बंधक बना दिया गया। इस दौरान, अपहृत और अनूप के मोबाइल फोन से फिरौती की मांग की गई। हरीश को शराब पिलाकर नशे की हालत में रखा गया ताकि वह विरोध न कर सके।

पुलिस की कार्रवाई

मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की। भागने की कोशिश में अभियुक्तों ने फायरिंग की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में घायल होकर गिरफ्तार हो गए। मुठभेड़ में थाना देवरनिया के उप-निरीक्षक संदेश यादव और सिपाही हिमांशु धींगरा भी घायल हुए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास

पुलिस के अनुसार, रजत उर्फ उमेश पहले भी हत्या के प्रयास, अवैध हथियार रखने और अन्य संगीन मामलों में वांछित रहा है। वहीं, खेमेन्द्र के खिलाफ अपहरण और अन्य अपराधों के मामले दर्ज हैं।पुलिस की सतर्कता और तत्परता से यह योजना विफल हो गई और आरोपियों को पकड़ लिया गया। मामले की जांच जारी है।

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