
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अवैध शराब तस्करी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बिकने वाली अंग्रेजी शराब को अवैध रूप से बिहार में सप्लाई करता था। एसटीएफ ने छापेमारी के दौरान 45 पेटी अवैध शराब, नकदी, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
पिछले कुछ समय से एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से बिहार में अवैध शराब की तस्करी की जा रही है। इस मामले की गहन जांच के लिए पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में उपनिरीक्षक तेज बहादुर सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने इस गिरोह पर निगरानी शुरू की।
5 मार्च 2025 की रात करीब 9:25 बजे, एसटीएफ को सूचना मिली कि अवैध शराब की एक बड़ी खेप लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के सरीपुरा, आलमनगर चौकी इलाके में पहुंचने वाली है। सूचना मिलते ही एसटीएफ टीम ने मौके पर पहुंचकर तीन तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान
- विशाल जायसवाल – निवासी सीतापुर, उत्तर प्रदेश
- आदेश जायसवाल – निवासी हरदोई, उत्तर प्रदेश
- निर्मल कुमार – निवासी बेगूसराय, बिहार (रेलवे में कोच अटेंडेंट, जो ट्रेन के जरिए शराब की तस्करी करता था)
बरामद सामान
- 45 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब (जो यूपी, हरियाणा और पंजाब की सरकारी दुकानों के लिए थी)
- ₹2810 नकद
- 03 मोबाइल फोन
- 02 आधार कार्ड
- 02 एटीएम कार्ड
शराब तस्करी का तरीका
- गिरोह का सरगना राहुल मोटा अपने साथियों को हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के सरकारी ठेकों से शराब खरीदने के लिए निर्देश देता था।
- शराब की बोतलों पर लगे QR कोड और सरकारी स्टिकर हटाकर बिहार में सप्लाई की जाती थी ताकि असली स्रोत का पता न चल सके।
- बिहार में शराबबंदी होने के कारण वहां इसकी ऊंची कीमतों पर बिक्री होती थी।
- गिरोह के सदस्य निर्मल कुमार, जो रेलवे में कोच अटेंडेंट के रूप में कार्यरत है, ट्रेन के जरिए चोरी-छिपे शराब बिहार तक पहुंचाता था।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, गिरोह के मुख्य सरगना राहुल मोटा और अन्य फरार सहयोगियों की तलाश जारी है। गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में मुकदमा संख्या 121/2025 के तहत धारा 60/63 आबकारी अधिनियम में मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
एसटीएफ की सख्त नजर, शराब तस्करों पर लगातार कार्रवाई
उत्तर प्रदेश से बिहार में अवैध शराब की तस्करी रोकने के लिए एसटीएफ लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। इस मामले में तस्करों द्वारा QR कोड और सरकारी स्टिकर हटाने का नया तरीका सामने आया है, जिससे वे शराब के असली स्रोत को छिपा रहे थे।
बिहार में शराबबंदी के बावजूद वहां शराब की मांग बनी हुई है, जिससे इस तरह की तस्करी को बढ़ावा मिल रहा है। एसटीएफ ने साफ कर दिया है कि राज्य में अवैध शराब तस्करी के खिलाफ आगे भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।