
बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा की संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक हुआ है। उनके पास 60,000 रुपये नकद हैं, जबकि बैंकों में 37.04 लाख रुपये जमा हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनके पास कोई कार नहीं है। बिहार सरकार द्वारा जारी संपत्ति विवरण (2024-25) के अनुसार, उनकी पत्नी के पास 45,000 रुपये नकद और 12.93 लाख रुपये बैंक में जमा हैं।
मुख्य सचिव को सोने के आभूषणों का भी शौक है। उनके पास 70 ग्राम सोने के गहने हैं, जबकि उनकी पत्नी के पास 450 ग्राम सोना और 2 किलो चांदी के गहने हैं। उनके पास जयपुर में 24 लाख रुपये का एक फ्लैट और दिल्ली के गौतम नगर में 30 लाख रुपये का दूसरा फ्लैट है।
बिहार के DGP के पास नकद राशि नहीं
बिहार सरकार ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों के लिए अपनी संपत्ति और देनदारियों की घोषणा अनिवार्य कर दी है। इस सूची में बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार का नाम भी शामिल है। उनके पास कोई नकद राशि नहीं है, लेकिन एक कार जरूर है। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ए. कुमार के पास 35,000 रुपये नकद हैं। वहीं, DGP के पास बिहटा में एक प्लॉट और अनीसाबाद में एक मकान है, लेकिन इसकी कीमत का उल्लेख नहीं किया गया है।
पटना DM और अन्य अधिकारियों की संपत्ति
पटना के जिलाधिकारी (DM) चंद्रशेखर सिंह की कुल संपत्ति 1.75 करोड़ रुपये आंकी गई है। उनके पास पटना में एक फ्लैट और उत्तर प्रदेश में 3 एकड़ पुश्तैनी जमीन है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ को हथियारों का भी शौक है। उनके पास लगभग 3 करोड़ रुपये की संपत्ति है। उनकी संपत्तियों में शामिल हैं:
- दिल्ली के द्वारका में 25 लाख रुपये का फ्लैट
- तेलंगाना के मेडचल जिले में 65 लाख रुपये का मकान
- तमिलनाडु के निरकुंडरम में 1.35 करोड़ रुपये का फ्लैट
हालांकि, उनके ऊपर 90 लाख रुपये का बैंक लोन भी है। उनके पास कोई कृषि या गैर-कृषि भूमि नहीं है और कोई वाहन भी नहीं है। गृह सचिव अरविंद चौधरी के पास 2 करोड़ रुपये की संपत्ति दर्ज की गई है।