
नई दिल्ली: दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में देर रात एक चार मंजिला इमारत गिरने से बड़ा हादसा हो गया। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, हादसे में अब तक छह लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि करीब 28 लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हो सकते हैं। इमारत में कई परिवार रहते थे। राहत और बचाव कार्य में NDRF और दिल्ली फायर सर्विस की टीमें लगातार छह घंटे से जुटी हुई हैं।
NDRF के DIG ऑपरेशन्स मोहसिन शहीदी ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक लगभग 12 लोग मलबे में दबे हुए हैं, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं। संकरी गलियों और कंजेस्टेड इलाके के कारण भारी मशीनों को घटनास्थल तक लाने में कठिनाई हो रही है। NDRF की दो टीमें मौके पर तैनात हैं। दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष और मुस्तफाबाद से विधायक मोहन सिंह बिष्ट भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
सीसीटीवी में कैद हुआ हादसा
इमारत गिरने की घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें देखा गया कि रात करीब 2 बजकर 39 मिनट पर बिल्डिंग अचानक भरभराकर गिर गई। इसके गिरते ही पूरा इलाका धूल और धुएं से भर गया। हादसे के वक्त इमारत में 20 से ज्यादा लोग मौजूद थे। अब तक 10 लोगों को बाहर निकाला गया है, जिनमें से छह की मौत हो चुकी है और बाकी का इलाज अस्पताल में चल रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। गिरने वाली इमारत एल-आकार की चार मंजिला थी।
मृतकों में से एक के रिश्तेदार शहजाद अहमद ने बताया कि हादसा रात करीब 2:30 से 3 बजे के बीच हुआ। “मेरे दो भतीजों की मौत हो गई है, जबकि मेरी बहन, बहनोई और भतीजी घायल हैं और जीटीबी अस्पताल में भर्ती हैं,” उन्होंने दुखी मन से बताया।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा, “मुस्तफाबाद में हुई इमारत गिरने की त्रासदी अत्यंत पीड़ादायक है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राहत एवं बचाव कार्य में DDMA, NDRF, DFS और अन्य एजेंसियां पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई हैं। सभी घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर उन्हें शांति दें और उनके परिवारों को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।”