
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस आज सुबह दिल्ली पहुंचे। वह 4 दिन की भारत यात्रा पर आए हैं और उनके साथ उनकी पत्नी ऊषा वेंस और तीन बच्चे भी हैं। वेंस का विमान सुबह 9:30 बजे पालम एयरबेस पर उतरा। उनके स्वागत के लिए दिल्ली की सड़कों पर भव्य होर्डिंग्स लगाए गए हैं।
दिल्ली पहुंचने के बाद उपराष्ट्रपति वेंस अपने परिवार के साथ सबसे पहले स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर के दर्शन करेंगे। आज शाम 6:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने निवास पर वेंस और उनके परिवार से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर उनके सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन भी करेंगे।
उच्चस्तरीय बातचीत होगी
रात्रिभोज के बाद भारत और अमेरिका के बीच आधिकारिक स्तर पर बातचीत होगी। इस बैठक में भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिसरी और भारत के अमेरिका में राजदूत विनय मोहन क्वात्रा शामिल रहेंगे। वेंस के साथ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के पांच सदस्य भी होंगे।
जयपुर और आगरा का दौरा भी तय
उपराष्ट्रपति वेंस आज रात ही जयपुर रवाना हो जाएंगे, जहां वे रामबाग पैलेस में ठहरेंगे। 22 अप्रैल को वे आमेर किला, सिटी पैलेस और जंतर मंतर का दौरा करेंगे। साथ ही जयपुर में आयोजित इंटरनेशनल बिजनेस समिट में भाग लेंगे।
23 अप्रैल को वेंस अपने परिवार के साथ ताजमहल और शिल्पग्राम देखने आगरा जाएंगे। फिर उसी शाम वे जयपुर लौटेंगे। 24 अप्रैल को वेंस अमेरिका के लिए रवाना हो जाएंगे।
व्यापार और सुरक्षा होंगी अहम बातचीत के मुद्दे
वेंस का यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत 60 देशों पर टैरिफ लगा दिए हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर बातचीत सबसे अहम मुद्दा होगा।
इस यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों को नई दिशा देने पर जोर रहेगा। 2030 तक आपसी व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। इंपोर्ट ड्यूटी और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने पर भी बात की जाएगी। ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीति से उपजे तनाव को कम करना भी इस दौरे की प्राथमिकता है।
भारतीय जड़ों से जुड़ी हैं ऊषा वेंस
अमेरिकी सेकंड लेडी ऊषा वेंस भारतीय मूल की हैं। उनके माता-पिता आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी और कृष्णा जिले से हैं, जो बाद में अमेरिका में बस गए। ऊषा का जन्म अमेरिका में हुआ है, लेकिन यह उनका पहला भारत दौरा है। ऊषा इस यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं और अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का यह मौका उनके लिए खास है।इस ऐतिहासिक यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका के रिश्तों में नए आयाम जुड़ने की उम्मीद है।