
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हमलावरों की तलाश में पूरी ताकत झोंक चुकी हैं। सेना की विक्टर फोर्स, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त दल इलाके में सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं, वहीं स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के जवान भी इस मिशन में सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।
इस कायरतापूर्ण हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जबकि 13 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी आधिकारिक यात्रा अधूरी छोड़कर दिल्ली वापसी का निर्णय लिया। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी आज श्रीनगर पहुंचे और पुलिस कंट्रोल रूम में जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
घटना के बाद से श्रीनगर और उधमपुर में सुरक्षा को उच्चतम स्तर पर रखा गया है। कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने इस निर्मम हमले के विरोध में बंद का आह्वान किया है, जिससे आम जनजीवन पर भी असर पड़ा है।
हमले की जांच के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम पहलगाम पहुंची है। टीम ने न केवल घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया, बल्कि अस्पतालों में भर्ती घायलों से भी बातचीत कर हमले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई हैं।
इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है। सुरक्षा एजेंसियां इस दावे की जांच कर रही हैं और हमलावरों की पहचान के लिए हर पहलू को खंगाला जा रहा है। पूरे देश में इस नृशंस घटना को लेकर शोक और रोष का माहौल है।