झुंझुनूं जिले के गुढ़ागौड़जी क्षेत्र के भौड़की गांव के रहने वाले सीआरपीएफ जवान मनोज नीतड़ (पुत्र ओमप्रकाश) बीते 18 दिनों से लापता हैं। 11 अप्रैल को उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट कोतवाली थाने में दर्ज करवाई गई थी, लेकिन अब तक पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। मनोज की अचानक गुमशुदगी से परिवार बुरी तरह टूट चुका है और गांव में भी चिंता का माहौल बना हुआ है।
परिजनों का कहना है कि 11 अप्रैल को मनोज दिल्ली जाने के लिए झुंझुनूं से निकले थे। उन्हें नोएडा में ड्यूटी पर रिपोर्ट करना था, लेकिन वे न तो दिल्ली पहुंचे और न ही कार्यस्थल पर पहुंचे। उनका मोबाइल फोन भी उसी दिन झुंझुनूं जिले के आसपास लोकेट हुआ था, जिसके बाद से उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मनोज की बहन बबीता और उसके करीबी मित्र कई बार थाने के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन उन्हें अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। बबीता ने बताया कि वे पुलिस अधीक्षक से भी मिल चुकी हैं, परंतु कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। उसने भावुक होते हुए कहा, “भाई ही हमारे परिवार का सहारा था, हमें डर है कि कहीं उसके साथ कोई अनहोनी न हो गई हो। हम प्रशासन और सरकार से अपील करते हैं कि हमारे भाई को जल्द से जल्द ढूंढा जाए।”
गांव के लोग भी चिंतित
भौड़की गांव के ग्रामीणों ने भी मनोज की गुमशुदगी पर चिंता जताई है और प्रशासन से गंभीरता से जांच करने की मांग की है। कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि जवान की तलाश के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और मोबाइल कॉल डिटेल की जांच भी जारी है। पुलिस अधिकारियों ने परिवार को भरोसा दिलाया है कि सर्च ऑपरेशन को और तेज किया गया है और जल्द ही कोई सुराग मिलने की उम्मीद है।

