राहुल गांधी द्वारा विदेश मंत्री एस. जयशंकर के एक वीडियो को शेयर करते हुए लगाए गए आरोपों पर अब विदेश मंत्रालय ने सफाई दी है। राहुल गांधी ने वीडियो के हवाले से कहा था कि जयशंकर यह स्वीकार कर रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई से पहले पाकिस्तान को इसकी जानकारी दी गई थी, जिसे उन्होंने ‘अपराध’ करार दिया था। साथ ही राहुल ने सवाल उठाया कि इस कदम से भारतीय वायुसेना को कितना नुकसान हुआ।
इस पर विदेश मंत्रालय ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि विदेश मंत्री के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान या पीओके में आतंकियों के ठिकानों पर ऑपरेशन से पहले कोई सूचना नहीं दी गई थी। हां, ऑपरेशन शुरू होने के बाद उसके शुरुआती चरण में पाकिस्तान को यह बताया गया था कि भारत केवल आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई कर रहा है, पाकिस्तानी सेना इसके रास्ते में न आए तो बेहतर होगा।
विदेश मंत्रालय के एक्सपी डिवीजन ने कहा, “विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने यह कभी नहीं कहा कि पाकिस्तान को ऑपरेशन से पहले सूचित किया गया था। उन्होंने सिर्फ यह बताया था कि प्रारंभिक चरण में एक चेतावनी दी गई थी, जिसे गलत तरीके से पहले की सूचना बताया जा रहा है।”
बीजेपी ने भी दिया जवाब
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया और प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक रिपोर्ट साझा की। इस रिपोर्ट में साफ कहा गया कि जयशंकर के बयान को गलत तरीके से सोशल मीडिया पर पेश किया जा रहा है। PIB ने कहा, “सोशल मीडिया पर चल रही पोस्ट में विदेश मंत्री के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया कि ऑपरेशन से पहले पाकिस्तान को जानकारी दी गई थी। ऐसी भ्रामक खबरों से बचें और सतर्क रहें।”

