
गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो लंदन जा रही थी, टेकऑफ के चंद मिनटों बाद ही क्रैश हो गई। इस हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई, लेकिन इसी त्रासदी के बीच एक चमत्कार भी हुआ—एक महिला की जान सिर्फ 10 मिनट की देरी की वजह से बच गई। भरूच की रहने वाली भूमि चौहान को उसी दिन लंदन के लिए इसी विमान में यात्रा करनी थी। वह छुट्टियां बिताने के लिए दो साल बाद भारत आई थीं और अब वापस लौट रही थीं। लेकिन अहमदाबाद के ट्रैफिक जाम ने उन्हें एयरपोर्ट पहुंचने में देर कर दी। फ्लाइट के लिए निर्धारित समय से सिर्फ 10 मिनट देरी से पहुंचने के कारण उन्हें बोर्डिंग की अनुमति नहीं मिली और वह यात्रा नहीं कर पाईं। शुरुआत में भूमि को फ्लाइट छूटने का बहुत अफसोस था, लेकिन जब कुछ ही देर बाद विमान हादसे की खबर आई, तो उनके रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने कहा, “जब मुझे हादसे की जानकारी मिली, मेरा शरीर कांप उठा। मैं बोल नहीं पा रही थी। मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मैं उस प्लेन में नहीं थी। आज मैं गणपति बप्पा का तहेदिल से धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने मेरी जान बचा ली।” विमान ने सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी थी और महज दो मिनट के भीतर ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जब विमान 625 फीट की ऊंचाई पर पहुंचा, तब उसका संतुलन बिगड़ गया और वो तेजी से नीचे गिरने लगा। दोपहर 1:40 बजे ज़ोरदार धमाके के साथ प्लेन धराशायी हो गया।
इस हादसे में विमान में मौजूद 242 यात्रियों और क्रू के 23 सदस्यों में से सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बच पाया है। बाकी सभी की मौत हो गई। मृतकों में भारतीय नागरिकों के अलावा ब्रिटेन, पुर्तगाल और कनाडा के लोग भी शामिल थे। हादसा इतना भयंकर था कि अधिकांश शवों की पहचान करना भी मुश्किल हो गया है। इस भीषण दुर्घटना ने जहां कई परिवारों को तबाह कर दिया, वहीं भूमि जैसी कुछ कहानियों ने लोगों को चमत्कार और आस्था पर विश्वास करने के लिए मजबूर कर दिया। भूमि आज भी उस क्षण को याद कर कांप जाती हैं, जब वो एयरपोर्ट पर चेक-इन गेट पर खड़ी थीं—सिर्फ 10 मिनट की देरी ने उनकी जिंदगी बदल दी।