मशहूर यूट्यूबर एल्विस यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि एल्विस यादव के खिलाफ मामला दर्ज करने वाली नोएडा पुलिस उनकी गिरफ्तारी को लेकर बैकफुट पर है लेकिन उन पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है। वहीं पुलिस एल्विस को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुला सकती है, नोएडा-दिल्ली के फार्महाउस में रेव पार्टी से जुड़े होने पर भी उसके खिलाफ कुछ सबूत हैं.
वहीं आरोपियों के मोबाइल फोन, टेलीग्राम और नाइजीरिया चैट ऐप से ड्रग डील की जानकारी मिली है, जहां अब राहुल समेत तीन लोगों को 14 दिन की रिमांड पर लिया जाएगा. बाटा डेन नोएडा में मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन इस सांप कांड में एल्विस यादव को नामजद करने वाले थाना प्रभारी संदीप चौधरी नहीं मिले.
वहीं, अपर आयुक्त (कानून-व्यवस्था) आनंद कुलकर्णी ने कहा, ”बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने में विफल रहने और जांच में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. जब स्टिंग के दौरान नोएडा पुलिस और वन विभाग दोनों मौजूद थे तो एनजीओ के बयान के आधार पर एफआईआर क्यों दर्ज की गई, पुलिस और वन विभाग को वादी बनना चाहिए था।
बता दें कि एल्विस मामले की जांच अब सेक्टर-49 से सेक्टर-20 थाने में ट्रांसफर कर दी गई है, जहां शुरुआती जांच में यह लापरवाही देखी गई थी. इसी वजह से एक दिन पहले सेक्टर-49 थाना प्रभारी के संज्ञान में यह लाइन लाई गई थी।