राम नगरी अयोध्या में सोमवार आधी रात से 14 कोसी परिक्रमा शुरू हो गई. लाखों श्रद्धालु परिक्रमा कर रहे हैं. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. धर्मनगरी अयोध्या के करीब 45 किमी लंबे परिक्रमा पथ पर लाखों कदम एक साथ चल रहे हैं। यह परिक्रमा हर वर्ष कार्तिक अक्षय नवमी तिथि को आयोजित की जाती है। पौराणिक कथा के अनुसार अक्षय नवमी के दिन कर्मों का क्षय नहीं होता अर्थात उनका अंत नहीं होता इसलिए अक्षय नवमी के दिन लोग धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ, पुण्य दान और व्रत करते हैं।
परिक्रमा को लेकर प्रशासन ने कड़े इंतजाम किये हैं. 14 कोष 45 किमी परिक्रमा मार्ग पर व्यापक तैयारी की गयी है. जल सुरक्षा के लिए निजी गोताखोरों को तैनात किया गया है।
उनके साथ जल पुलिस एसडीआरएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है. पूरे क्षेत्र को 5 जोन में बांटा गया है, एक सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, पांच जोनल मजिस्ट्रेट, 11 सेक्टर मजिस्ट्रेट, दो सब सेक्टर, 24 स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गये हैं. परिक्रमा पथ पर जगह-जगह मेडिकल कैंप लगाए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को जरूरत के मुताबिक मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें और लोगों ने बड़े पैमाने पर भंडारे का भी आयोजन किया है.