यूपी सरकार नौनिहालों को सेहतमंद रखने के लिए जहां करोड़ों रुपए खर्च कर रही तो वहीं पीलीभीत में नौनिहाल कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। वही मासूम के कुपोषण होने की खबर से स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास विभाग में हड़कंप मच गया। वही आंगनबाड़ी कार्यकत्री बच्चे के परिजनों के साथ उसे पीलीभीत एनआरसी लेकर पहुंची है।
दरअसल मामला जनपद पीलीभीत के बिलसंडा ब्लॉक क्षेत्र का है जहां के रामपुर बकैनिया गांव के रहने वाले रामसागर का बेटा शुभ बताया जा रहा है डेढ़ साल का हो जाने पर भी उसका वजन मात्र सेवन केजी यानी 7 किलो का है। वही आंगनवाड़ी का कहना है मासूम कुपोषित है जिसे जिले पर इलाज के लिए ले जाया जा रहा है। वही मासूम की मां बिटाना का कहना है उसे डॉक्टर ने बताया है उसका बच्चा कुपोषित है। वही मामले में विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है आयरन,फोलिक एसिड, प्रोटीन,विटामिन कार्बोहाइड्रेट,मिनरल्स और खानपान अच्छा न होने की कमी के चलते बच्चे कुपोषित हो जाते है। साथ ही चिकित्सकों का कहना है डेढ़ साल के बच्चे का लगभग 10 किलो से 12 किलो तक वजन होना चाहिए। नौनिहाल शुभ का वजन आखिर 7 किलो कैसे है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है आखिर किसकी कमी और लापरबाही से एक मासूम कुपोषण का शिकार हो गया। फिलहाल मासूम के परिजन आंगनबाड़ी कार्यकत्री के साथ जिला मुख्यालय इलाज के लिए एन.आर.सी लेकर रवाना हुए है। वहीं सूत्रों की माने तो ब्लॉक क्षेत्र में कई बच्चे कुपोषण की चपेट में आ गए हैं।