ज्योतिष -वर्ष भर में कुल 12 पूर्णिमा तिथि पड़ती है. इनमें से एक है पौष माह की पूर्णिमा. हिन्दू धर्म में पौष माह की पूर्णिमा को विशेष स्थान दिया गया है और इसे बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि पौष माह में पड़ने वाली पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी अपने आठों स्वरूप के साथ जागृत रहती हैं और पृथ्वी लोक पर भ्रमण करती हैं, इसलिए पौष माह की पूर्णिमा पर माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. इसके अलावा पौष माह की पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने को भी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन किए जाने वाले उपायों से बहुत लाभ हो सकता है.
माना जाता है ऐसा मानते हैं कि पौष माह की पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा की जाए तो घर से नकारात्मकता दूर होती है. साथ ही ज्योतिष शास्त्र में पीपल के पत्ते से जुड़े कुछ उपाय भी बताए गए हैं. वर्ष 2024 में पौष माह की पूर्णिमा तिथि 24 जनवरी 2024 की रात 9:24 बजे से शुरू हो रही है, जो 25 जनवरी 2024 की रात 11:30 बजे समाप्त होगी, इसलिए पूर्णिमा 25 जनवरी को मनाई जा रही है.
पौष माह की पूर्णिमा वाले दिन पीपल का एक पत्ता लेकर उसे गंगाजल या तुलसी के जल में भिगोकर रख दें. रात के वक़्त चंद्रमा की पूजा करने के बाद उस पत्ते को जल से निकाल लें. अब लाल चंदन से उस पर “श्रीं” लिखें, यह माता लक्ष्मी का बीज़ मंत्र है.अब पीपल के पत्ते को लाल कलावे से बांध दें और लाल कपड़े में लपेटकर अपने घर के धन स्थान पर रखें. आप इसे मंदिर में भी रख सकते हैं. अब माता लक्ष्मी का ध्यान करें और उनके मंत्रों का जाप निरंतर करते रहें.
पौष माह की पूर्णिमा से लेकर आने वाले 5 शुक्रवार तक आपको पीपल का पत्ता सूखने से पहले बदलना होगा. अंतिम शुक्रवार के दिन पीपल के पत्ते को पवित्र नदी में बहा दें. मान्यता के अनुसार ऐसा करने से कर्ज़ से मुक्ति मिलती है और घर की आर्थिक स्थिति मज़बूत होती है