मुजफ्फरनगर – जिले के किसान ने सिसौली के खेत में खडा गन्ना शुगर मिल द्वारा ना लेने से निराश होकर आत्महत्या कर ली मृतक किसान के परिवार को 22 घंटो की जद्दो जहद के बाद इंसाफ मिलने का आश्वाशन मिला है जिसमे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान व क्षेत्रीय विधायक उमेश मलिक ने मुख्य मंत्री से बात चीत कर मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों को साथ लेकर ग्रामीणो की भीड़ को पीड़ित पीड़ित परिवार को 10 लांख रुपये की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया जिसके बाद मृतक किसान का अंतिम संस्कार कराया गया।
जनपद के थाना भौरा कलां क्षेत्र के कस्बा सिसौली निवासी किसान ओमपाल ने गुरुवार को खेतों में पेड से लटककर आत्महत्या कर ली थी। ग्रामीणों का कहना था कि ओमपाल का काफी गन्ना अब तक खेतों में खडा था, जिसके कारण दुखी होकर उसने आत्महत्या कर ली। इस मामले में कई घंटे तक हंगामा चलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पीड़ित परिजनों की मांग के आधार पर मिल प्रबंधन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराए जाने, गांव में तौल केंद्र फिर से चालू कराने और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाए जाने के आश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए थे।
आज सुबह ग्रामीणों ने मृतक ओमपाल का शव कस्बे में ही नाले के निकट रखकर फिर से धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। उनका आरोप था कि मिल अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने में आनाकानी की जा रही है। उधर, ग्रामीणों के हंगामे की सूचना पाकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए है। इस बीच केंद्रीय मंत्री डॉ0 संजीव बालियान, बुढाना विधायक उमेश मलिक, रालोद के पूर्व विधायक राजपाल बालियान, भाकियू नेता चौधरी राकेश टिकैत, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, रालोद जिलाध्यक्ष अजीत राठी, भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान भी किसानों के बीच सिसौली पहुंचे।
किसानों में डीएम के उस बयान से भी असंतोष बढता दिखाई दिया जिसमें आत्महत्या की वजह गन्ना नहीं बल्कि जमीनी विवाद होना बताई गई है। जिलाधिकारी ने आज एक वीडियो बयान में कहा था कि प्राथमिक जांच में यह सामने आ रहा है कि किसान ओमपाल की आत्महत्या की वजह गन्ना नहीं बल्कि जमीनी विवाद है। हंगामा बढने की सूचना पाकर जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव भी प्रशासनिक तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ सिसौली पहुंचे। मौके पर भारी फोर्स भी तैनात है।
Report – YOGESH