गाज़ीपुर- जीते हुए सांसदों को क्षेत्र में विकास कार्य करने के लिए सांसद निधि दिया जाता है और प्रत्येक वर्ष प्रशासन के द्वारा उसका ऑडिट की रिपोर्ट केंद्र सरकार के पास भेजा जाता है जिससे आगामी उनकी निधि आती है और वह क्षेत्र का विकास करते हैं लेकिन गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी के साल 2019 से लेकर अब तक की ऑडिट रिपोर्ट केंद्र सरकार के पास नहीं भेजी गई है जिसके चलते उनकी साढे सात करोड रुपए की सांसद निधि उनके खाते में नहीं आ रहा है और इस वजह से क्षेत्र के विकास के लिए बहुत सारे प्रस्ताव पेंडिंग में पड़े हुए हैं जबकि कुछ ही दिनों के बाद 2024 के लिए आचार संहिता भी लग जाएगी।
यह बात आज खुद सांसद अफजाल अंसारी ने गाजीपुर में गाजीपुर पत्रकार संगठन में अपने निधि से तैयार किए गए भवन के लोकार्पण के अवसर पर पहुंचे थे और उन्होंने अपना दर्द मीडिया कर्मियों से बया किया। उन्होंने बताया कि हमारे देश के विकास के लिए जो भी निधि रिलीज की जाती है वहां पर हमारे जनपद की रिपोर्ट आज तक नहीं गई जो यह पूरे देश का अद्भुत जनपद है। ऐसे में गाजीपुर के जनता के विकास के लिए 7.5 करोड़ रूपया के लिए लगातार फोन आ रहे हैं लेकिन यहां के अधिकारी उसकी रिपोर्ट नहीं भेज रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी निधि रिपोर्ट प्रशासन भेज देता है और उस रिपोर्ट में हमारे निधि का पैसा 3 करोड़ से नीचे आ जाएगा तो वह 7.5 करोड़ तत्काल हमारे निधि में आ जाएगा जो हमारे क्षेत्र के विकास के लिए काम में आएगा।
उन्होंने कहा कि हम सत्ता में नहीं है सत्ता के विपरीत हैं लेकिन हमें पता है कि कैसे कार्य कराया जाए उन्होंने बताया कि गाजीपुर में पीएमजेएसवाई योजना के अंतर्गत दो कार्यकाल से ज्यादा एक कार्यकाल में बजट आया है।
उन्होंने अपने इस पीड़ा में उत्तर प्रदेश शासन और जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है क्योंकि शासन व प्रशासन नहीं चाहता की अफजाल अंसारी के प्रस्ताव पर कोई काम हो या फिर वह अपने किसी काम का लोकार्पण कर पाए इस दौरान उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि जिला योजना की बैठक में 6 अरब का प्रस्ताव पारित किया गया था जिसके सापेक्ष अब तक मात्र 2.25 अरब रुपया ही जिला को प्राप्त हुआ है 3.75 करोड रुपए का बजट अभी भी मिलना शेष है।