एमएसपी पर कानून समेत कई अन्य मांगों को लेकर किसान संगठनों ने शुक्रवार को भारत बंद का आह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी समान विचारधारा वाले किसान संगठनों से एक साथ आने और भारत बंद का हिस्सा बनने की अपील की है। भारत बंद का आह्वान ऐसे समय में आया है जब हजारों किसान दिल्ली में प्रवेश करने के लिए राजधानी की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। पंजाब और हरियाणा से चले इन किसानों को दिल्ली से 200 किलोमीटर दूर अंबाला के पास सीमा पर रोक दिया गया.
किसान संगठनों द्वारा बुलाया गया भारत बंद सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा. किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक पूरे भारत में प्रमुख सड़कों पर चक्का जाम करेंगे. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार डरा-धमका कर किसानों की आवाज दबाना चाहती है. हम एमएसपी पर कानून चाहते हैं. अगर सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानी तो आंदोलन तेज होगा. टिकैत ने सरकार और उद्योगपतियों के बीच मिलीभगत का भी आरोप लगाया है.
इससे पहले गुरुवार शाम को किसानों और केंद्र सरकार के बीच बैठक हुई. बैठक में शामिल केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि किसानों के साथ सकारात्मक माहौल में बातचीत हुई. अगली बैठक रविवार को चंडीगढ़ में है. हम मिलकर शांति से इस मुद्दे को सुलझा लेंगे.’