फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। कहा जाता है कि इस दिन भोले बाबा और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस साल महाशिवरात्रि 8 मार्च को है. इस दिन मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ होती है। भोले बाबा के अभिषेक से लेकर आज तक जगह-जगह भोले बाबा की बारात भी निकाली जाती है। तिथि की बात करें तो त्रयोदशी और चतुर्दशी दोनों की संयुक्त तिथि पर महाशिवरात्रि मनाई जाती है। दरअसल हर महीने में दो शिवरात्रि और चतुर्दशी आती हैं। लेकिन होली से पहले फाल्गुन माह में महाशिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन भोले बाबा का विशेष रुद्राभिषेक किया जाता है। शिवरात्रि पर चंद्रमा की स्थिति भी बेहद खास होती है. इस बार महाशिवरात्रि पर चंद्रमा मकर राशि में रहेगा।
महाशिवरात्रि की तिथि कब है?
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि शुक्रवार 08 मार्च को रात्रि 09:57 बजे प्रारंभ होकर 9 मार्च को सायं 06:17 बजे समाप्त होगी। इस दिन सुबह 05:01 बजे से महाशिवरात्रि की पूजा शुरू हो जाएगी. अधिकतर लोग शाम के समय प्रदोष काल में शिव पूजा करते हैं। इस दिन विभिन्न वस्तुओं से शिवजी का अभिषेक भी किया जाता है। महाशिवरात्रि पूजा में भद्रा काल को भी देखा जाता है. भद्रा रात्रि 09:58 बजे से अगले दिन प्रातः 08:09 बजे तक रहेगी। इसलिए इस शिवरात्रि की पूजा इससे पहले ही कर लेनी चाहिए।
कौन कौन से पड़ रहे हैं संयोग
इस बार शिवरात्रि पर 8 मार्च को सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इस बार महाशिवरात्रि पर 4 शुभ संयोग बन रहे हैं। महाशिवरात्रि के दिन श्रवण नक्षत्र और शिव योग के साथ चंद्रमा मकर राशि में रहेगा। इसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग और सिद्ध योग भी रहेगा।