छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. शराब घोटाला मामले में ईडी ने रिटायर आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा को गिरफ्तार किया है. 8 अप्रैल को ईडी ने 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा के शराब घोटाले में चार्जशीट दाखिल की थी.
बता दें कि उस वक्त अपराध साबित नहीं होने पर कोर्ट ने केस खारिज कर दिया था. जिसके बाद ईडी ने 20 अप्रैल (शनिवार) को सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा और अन्य के खिलाफ नई प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट दर्ज की और टुटेजा को गिरफ्तार कर लिया। पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा पर शराब कारोबारियों और राजनेताओं के साथ मिलकर इस घोटाले की साजिश रचने का आरोप है।
अनिल टुटेजा पिछले साल सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में आयकर विभाग की शिकायत के आधार पर ईडी की पिछली एफआईआर को रद्द करने के बाद ईडी ने कथित शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का एक नया मामला दर्ज किया था। पिछले साल जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शराब घोटाला मामले में रायपुर की पीएमएलए अदालत में आरोप पत्र दायर किया था. जिसमें ईडी ने दावा किया कि 2019 में शुरू हुए कथित शराब घोटाले में दो हजार करोड़ से ज्यादा का भ्रष्टाचार हुआ है. यह रकम सरकारी खजाने में जानी चाहिए थी.
अपनी याचिका में, ईडी ने दावा किया कि अनिल टुटेजा और व्यवसायी अनवर ढेबर के नेतृत्व में एक आपराधिक सिंडिकेट ने रुपये का गबन किया। आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत में छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भी ईडी की रिपोर्ट के आधार पर शराब घोटाले में कांग्रेस नेताओं और कंपनियों समेत 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।