लखनऊ – इंडियन इंस्टीट्यट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी रिसर्च और लखनऊ स्थित एक एमएसएमई मेसर टेक्नोलॉजी ने बनाया एक MICROWAVE BASED DISINFECTION SYSTEM जिसकी मदद से अब PPE किट और N95 मास्क को disinfect किया जा सकता है ।
इस माइक्रोवेव बेस्ड disinfectant का इस्तेमाल एक मास्क या पीपीई किट को 20 बार इस्तेमाल करने लायक बना सकता है। ये disinfectant तो नया है पर ये माइक्रोवेब बेस्ड टेक्नोलॉजी पुरानी है, इस मशीन के ऊपर रिसर्च 2012 में शुरू हुई थी और पूरी टीम के 400 साल के वर्क एक्सपीरिएंस की मदद से 2016 में तैयार हो पाई।
2016 से ये मशीन इसी टेक्नोलॉजी से मेडिकल वेस्ट, प्लास्टिक कैथेटेर्स, ब्लड बैग्स, लैब वेस्ट सहित 8 अलग अलग वेस्ट को डिसइन्फेक्ट कर रही थी जिसका देश के सभी AIIMS सहित 150 से अधिक अस्पतालों में इस्तेमाल हो रहा था।
कोरोना काल में मास्क और पीपीई को disinfect करने की बड़ी समस्या थी , क्योकि इसे इस्तेमाल के बाद फेंक दिया जाता है । सबकी सुरक्षा और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले इसे ध्यान में रखते हुए मेसर टेक्नोलॉजी ने खोज करी है ।इस टेक्नोलॉजी को AIIMS जोधपुर और PGI लखनऊ ने approve कर दिया है।
इसमे 3 अलग अलग मशीनें है जिसमे छोटी मशीन से एक घण्टे में 10 PPE किट और 200 N95 मास्क तो वहीं दूसरी मशीन में 20 PPE किट और 400 मास्क, और तीसरी मशीन में 30 किट और 600 N95 मास्क को आराम से डिसइन्फेक्ट किया जा सकता है जिससे रोजाना लाखों रुपये की बचत हो सकती है और पूरी मशीन की कीमत मात्र दो हफ्ते के अंदर निकल सकती है जो कि देश को संक्रमण से भी बचाने में सहयोगी बनेगा और हमारे देश की अर्थव्यवस्था को भी बचाएगा।