लखनऊ – सदी का दूसरा सूर्य ग्रहण अभी जारी है , ज्योतिषाचार्यों का मत है कि इस तरह का दुर्लभ सूर्य ग्रहण इस सदी का दूसरा और इस साल का पहला सूर्य ग्रहण है. यह सूर्य ग्रहण भारत में करीब 3 घंटे तक रहेगा. इस दौरान लोग अपने घरों में रहें. अपने भगवान को साफ़ कपड़े से ढक दें. तथा कोई भी वर्जित काम न करें. ग्रहण की समाप्ति के बाद स्नान और दान करें.
वैज्ञानिको का मानना है की सूर्यग्रहण को कभी भी खुली आँखों से नहीं देखना चाहिए. इसका कारण यह है कि सूर्यग्रहण के समय सूर्य से पराबैंगनी किरणें निकलती हैं जो आँखों पर बहुत बुरा प्रभाव डालती हैं. इसलिए कभी भी सूर्यग्रहण को खुली आँखों से नहीं देखना चाहिए. इसीलिए सूर्यग्रहण को देखने के लिए एल्युमिनेटेड मायलर अथवा ब्लैक पॉलिमर अथवा शेड नम्बर 14 के वेल्डिंग ग्लास अथवा टेलिस्कोप के द्वारा सफ़ेद बोर्ड पर सूर्य के इमेज को प्रोजेक्ट करके उचित फ़िल्टर का उपयोग करते हुए इसे देखना चाहिए.
सूर्यग्रहण के चलते लगे सूतक की वजह से देश के सभी मंदिरो को बंद क्र दिया गया है सूर्यग्रहण के बाद साफ़ सफाई के पश्च्यात उन्हें खोला जायेगा , बाबा केदारनाथ धाम के कपाट बंद हो गए हैं. ग्रहण के चलते केदारनाथ धाम में 16 घंटे तक पूजा पाठ बंद रहेगा. मंदिर के कपाट दोपहर बाद फिर खुलेंगे . करीब 6 घंटे तक लगाने वाले अद्भुत सूर्य ग्रहण की इसकी लंबी अवधि की वजह से भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है. ग्रहण लगने से पहले सूतक काल शुरू हो चुका है.