बिहार में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को ओवर स्पीडिंग का दोषी पाया गया. नेशनल हाईवे पर लगे अत्याधुनिक कैमरे ने उसकी रफ्तार कैद कर ली और तुरंत ई-चालान भेज दिया। यह जानकारी देते हुए आरटीओ ने बताया कि अगर कोई भी वाहन तेज गति से चलता है तो वह कैमरे में कैद हो जाता है और तुरंत वाहन मालिक को ई-चालान भेज दिया जाता है.
बिहार परिवहन विभाग ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और यातायात नियमों को लागू करने के लिए स्वचालित ई-डिटेक्शन सिस्टम लॉन्च किया है। इसकी शुरुआत 18 अगस्त से हुई. जिसके लिए बिहार के नेशनल हाईवे पर हाईटेक कैमरे लगाए गए हैं.
परिवहन अधिकारी ने दी जानकारी
ई-डिटेक्शन सिस्टम की मदद से हाईवे से गुजरने वाले किसी भी वाहन की फिटनेस, बीमा, प्रदूषण और ओवर स्पीड पर नजर रखी जाती है। इसमें कोई भी गड़बड़ी होने पर चालान सीधे रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है. जिला परिवहन पदाधिकारी ने इस सिस्टम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार के निर्णय के अनुसार इसे टोल प्लाजा पर लगाया गया है.
उन्होंने कहा कि इस सिस्टम की मदद से काम काफी आसान हो जाएगा. साथ ही सड़क पर दौड़ती कारें भी नजरों से नहीं बच पाएंगी। उन्होंने बताया कि अगर गाड़ी सही से नहीं चल रही है, गाड़ी के कागजात में कोई दिक्कत है या सीट बेल्ट नहीं लगा है तो सिस्टम चालान काट कर गाड़ी मालिक के पास भेज देगा.