आम आदमी पार्टी ने अब हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने 9 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इससे पहले सोमवार को उन्होंने 20 उम्मीदवारों की घोषणा की थी और कहा था कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं कर सकते. ऐसे में वह सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रही है. राज्य की सभी 90 सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है.
आम आदमी पार्टी ने अपनी दूसरी सूची में उन सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है जहां कांग्रेस परंपरागत रूप से मजबूत रही है और भाजपा से उसकी सीधी टक्कर है। ऐसी सीटों में आदमपुर, फ़रीदाबाद, इंद्री और रतिया शामिल हैं. आम आदमी पार्टी ने बरवाला सीट से बीजेपी छोड़कर आए छत्रपाल सिंह के नाम का ऐलान किया है. वे मंत्री रह चुके हैं और ताऊ देवीलाल जैसे दिग्गज नेताओं को हरा चुके हैं।
आम आदमी पार्टी के इस फैसले से कांग्रेस की टेंशन बढ़ती जा रही है क्योंकि उसे बीजेपी के खिलाफ वोट गिरने की चिंता सता रही है. इसी मकसद से राहुल गांधी ने हरियाणा की कांग्रेस इकाई को आम आदमी पार्टी को समर्थन देने की कोशिश करने का सुझाव दिया था. उन्होंने कहा कि इससे बीजेपी के खिलाफ वोटों का बंटवारा रोका जा सकेगा. इसके बाद दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर मंथन शुरू हो गया, लेकिन आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों की बड़ी मांग रख दी. फिर कांग्रेस के रुख को देखते हुए वह 10 सीटों पर चली गईं और खबर है कि वह 6 या 7 सीटों पर भी राजी हो गईं.
इसके बाद भी कांग्रेस 3 से 4 सीटें देने को तैयार हो गई. खासकर हरियाणा में सत्तासीन भूपिंदर सिंह हुड्डा गुट आम आदमी पार्टी को समर्थन देने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा था. अंत में कांग्रेस ने साफ संकेत दे दिया कि AAP 3-4 सीटों का ऑफर स्वीकार करेगी या दूर रहेगी. अंत में आम आदमी पार्टी ने अलग होने का फैसला किया और 20 सीटों पर नामांकन किया. फिर आती है दूसरी लिस्ट. चर्चा है कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी कम से कम 50 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है.