उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार सुबह शुरू हुई हिंसा का सिलसिला सोमवार तक जारी है। इस दौरान अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने संभल और आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं और 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
हिंसा के दौरान सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ के पैरों में गोली लगी। इसके अलावा एसपी समेत 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हालात पर काबू पाने के लिए डीएम राजेंद्र पैंसिया ने 1 दिसंबर तक जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। उन्होंने आदेश जारी कर किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि को प्रशासन की अनुमति के बिना जिले में प्रवेश करने पर रोक लगाई है।
यह घटना उस समय हुई जब कोर्ट के आदेश पर एक टीम मुगलकालीन जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची। सर्वे को लेकर स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ा, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, जबकि पुलिसकर्मियों ने हालात काबू में करने के लिए गोलियां चलाईं। इस दौरान उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग लगा दी।
डीआईजी मुनिराज ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ उपद्रवियों ने फायरिंग की, जिससे पुलिसकर्मी भी घायल हुए।